The Basic Principles Of sidh kunjika
The Basic Principles Of sidh kunjika
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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
Allows with Negative Past: It helps eliminate unfavorable karma in the earlier. At the time You begin to recite this Mantra, you’ll see the primary difference it will make as part of your everyday life.
न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम्।
पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा ।
ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल
दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
इति श्रीरुद्रयामले गौरीतंत्रे शिवपार्वतीसंवादे कुंजिकास्तोत्रं संपूर्णम् here ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः
ऐंकारी सृष्टिरूपायै ह्रींकारी प्रतिपालिका ।
नमस्ते रुद्ररूपिण्यै नमस्ते मधुमर्दिनि।
ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल
मां दुर्गा की पूजा-पाठ में शुद्धता का विशेष ध्यान रखें. सुबह-शाम जब भी आप ये पाठ करें तो स्नान के बाद साफ वस्त्र धारण करें और फिर इसे शुरू करें.
देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि